पर्यावरण की रक्षा को उच्च प्राथमिकता
हिन्दू धर्म में नीम,
बेल,
तुलसी,
बरगद,
पीपल,
आंवला,
आम आदि वृक्षों एवं पौधों को पूजा-अर्चना के साथ जोड़ा गया है । ये वृक्ष
औषधियों के निर्माण एवं पर्यावरण की रक्षा करने में अत्यधिक महत्त्व रखते
हैं । वस्तुत: हिन्दुत्व में प्रकृति के साथ तादात्म्य स्थापित करने की
चेष्टा की गयी है । सम्पूर्ण प्रकृति ही ईश्वर का शरीर है । इस प्रकार
सूर्य,
चन्द्रमा,
वायु,
अग्नि,
जल,
पृथ्वी,
नदी आदि को देवत्व प्रदान कर उनकी पूजा की जाती हैं
।
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